📘 RPSC 1st Grade Hindi Literature Syllabus (हिन्दी साहित्य - प्रथम श्रेणी)
पेपर-I: सामान्य अध्ययन (General Studies)
(यह सामान्य होता है, सभी विषयों के लिए समान)
पेपर-II: विषय वस्तु - हिन्दी साहित्य
खंड-A: हिन्दी साहित्य का इतिहास
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हिन्दी साहित्य के प्रमुख युग
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आदिकाल (वीरगाथा काल)
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भक्ति काल – निर्गुण और सगुण शाखा
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रीतिकाल – लक्षण ग्रंथ और रीति काव्य
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आधुनिक काल – भारतेन्दु युग, द्विवेदी युग, छायावाद, प्रयोगवाद, नई कविता आदि
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मुख्य कवि और लेखक
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कबीर, तुलसीदास, सूरदास, मीरा
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भिखारीदास, घनानंद, बिहारी
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भारतेन्दु, अयोध्यासिंह उपाध्याय, जयशंकर प्रसाद, निराला, महादेवी, पंत
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अज्ञेय, शमशेर, केदारनाथ अग्रवाल, नागार्जुन आदि
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खंड-B: गद्य साहित्य
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प्रमुख गद्य लेखक एवं रचनाएँ
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भारतेंदु हरिश्चंद्र
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प्रेमचंद
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रामचंद्र शुक्ल
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हजारीप्रसाद द्विवेदी
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जैनेन्द्र, अज्ञेय, मोहन राकेश
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अमृतलाल नागर, फणीश्वरनाथ ‘रेणु’
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मन्नू भंडारी, कमलेश्वर, निर्मल वर्मा
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नाटक, उपन्यास, कहानी, निबंध और संस्मरण
खंड-C: काव्यशास्त्र, भाषा और व्याकरण
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भारतीय काव्यशास्त्र – रस, अलंकार, रीति, वक्रोक्ति, ध्वनि, औचित्य आदि
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पाश्चात्य काव्यशास्त्र – अभिव्यक्ति, अनुकृति, प्रभाव
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हिन्दी भाषा का विकास – अपभ्रंश, देशज, तद्भव, तत्सम शब्द
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हिन्दी व्याकरण – संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, क्रिया, कारक, समास, उपसर्ग, प्रत्यय, सन्धि, वाक्य भेद
📗 RPSC 2nd Grade Hindi Syllabus (हिन्दी - द्वितीय श्रेणी शिक्षक)
पेपर-I: सामान्य ज्ञान एवं शैक्षणिक मनोविज्ञान
(सभी विषयों हेतु सामान्य होता है)
पेपर-II: हिन्दी विषय
खंड-A: साहित्य
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हिन्दी साहित्य का संक्षिप्त इतिहास – आदिकाल, भक्ति काल, रीतिकाल, आधुनिक काल
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प्रमुख कवि व काव्य रचनाएँ – कबीर, तुलसी, सूर, मीरा, प्रसाद, पंत, निराला, महादेवी
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गद्य साहित्य – प्रेमचंद, रामचंद्र शुक्ल, हजारीप्रसाद द्विवेदी, अज्ञेय, मोहन राकेश
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लोक साहित्य का परिचय
खंड-B: भाषा, व्याकरण और शिक्षण विधियाँ
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हिन्दी भाषा का विकास – बोलियाँ, भाषिक विविधता
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व्याकरण – वर्ण, संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, क्रिया, कारक, समास, सन्धि, उपसर्ग, प्रत्यय
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हिन्दी शिक्षण की विधियाँ
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प्रत्यक्ष विधि
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व्याकरण-अनुवाद विधि
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रचनात्मक विधि
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श्रव्य-दृश्य साधन
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मूल्यांकन की प्रक्रिया
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📝 विशेष सुझाव:
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1st Grade का स्तर विश्वविद्यालय / कॉलेज शिक्षा के समान होता है, जहाँ साहित्यिक आलोचना, दार्शनिक अवधारणाएँ और शोधपरक अध्ययन अपेक्षित होते हैं।
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2nd Grade का स्तर माध्यमिक शिक्षा के समकक्ष होता है, जहाँ शिक्षण विधियाँ, पाठ्यक्रम-आधारित साहित्य और सरल भाषा पर अधिक ज़ोर होता है।